बहराइच जिले में खाद की दुकानें बंद, किसानों के साथ खाद विक्रेता भी परेशान, जानें वजह
आलोक आनंद

बहराइच में आज खाद बीज की दुकानें बंद दिखीं. इस वजह से किसानों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. फुटकर खाद विक्रेताओं ने आज अपनी-अपनी दुकानें बंद कर प्रशासन से नाराजगी जताई. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने बहराइच के कलेक्टर परिसर पहुंचकर खाद की ओवररेटिंग को लेकर ज्ञापन सौंप नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि जब तक समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक बंदी जारी रहेगी. हम मंहगे दर पर खाद खरीद कर नुकसान नहीं कर सकते है.
इन बातों से नाराज हो कर बंद की दुकानें
फुटकर खाद विक्रेताओं का कहना है कि खाद सेंटर से खाद ओवररेटिंग कर दी जाती है, जिससे किसानों को अधिक रेट में देने में दिक्कत होती है. इसके अलावा खुद विभाग छापेमारी कर हम लोगों को गलत साबित करता है. जिस खाद की एमआरपी 266 रुपये है व हमको 280 के लगभग पड़ती है, ऐसे में हम अंकित रेट से अधिक कीमत में बिक्री करे तो छापेमारी होती है.
कृषि विभाग द्वारा अन्य विभाग की भी छापेमारी
लोगों का कहना है जिले में कृषि विभाग सक्षम विभाग है. उन्हीं के द्वारा निरीक्षण व परीक्षण दुकानों का कराया जाये अन्य समस्त विभागों को आदेशित करने पर रिटेलरों का शोषण होता है. जिसका खामयाजा किसानों को भुगतान पड़ता है. कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी गण राजस्व विभाग द्वारा बड़ी कार्रवाई की धमकी देकर रिटेलरों का शोषण करते है. इसके आलावा रैक प्वाइन्ट पर थोक विक्रेता रेट सूची डिस्पले बोर्ड लगवाये, जिसे रिटेलरों को सही रेट का पता चल सके. इसी के साथ ही विक्रेताओं ने दस बिंदुओं का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है.
जिले में खाद की दुकानें बंद रहने और किसान भी काफी परेशान दिखे. धान की रोपाई भी शुरू हो गई है, अगर खाद समय पर नही मिलेंगी तो धान की फसलों का भी काफी नुकसान होगा और पिछड़ सकती है.
वहीं, इस मामले में जिला कृषि अधिकारी सूबेदार यादव ने बताया कि ओवररेटिंग मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी. यहां तक कि ऐसे लोगों पर एफआइआर दर्ज भी की जाएगी. इसके अलावा थोक उर्वरक विक्रेताओं के साथ मीटिंग कर सख्त जारी रेट सूची पर उर्वरक बिक्री के निर्देशन दिए गए है. इसके अलावा किसानों के लिए कृषि विभाग के उर्वरक सेंट्रल खुले है वहा से वह उर्वरक लें सकते है.