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‘हमारे पास पेपर लीक के सबूत, धमका रहा EOU’, BPSC अभ्यर्थियों ने बताई 13 दिसंबर की सारी सच्चाई

BPSC Aspirants: छात्रों ने कहा कि आर्थिक अपराध इकाई को परीक्षा वाले दिन रात 8 बजे बच्चों ने यह ट्विटर वाला दस्तावेज भेजा था. यह किसी एक ने नहीं कई छात्रों ने भेजा है, लेकिन EOU धमका रहा है.

BPSC Candidates Press Conference: पटना में 14 दिनों से धरने पर बैठे बीपीएससी अभ्यर्थियों ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस करके अपनी पांच मांगों को मीडिया के सामने बताया. उन्होंने कहा कि कल सोमवार को हमने बिहार के मुख्य सचिव से मुलाकात की और पांच मांगें उनके सामने रखा. अभ्यर्थियों ने ईओयू पर दिए गए सबूतों के अधार पर कार्रवाई ना करने और छात्रों को परेशान करने का आरोप भी लगाया.

क्या है अभ्यर्थियों की पहली मांग? 

बीपीएससी अभ्यर्थियों ने कहा कि पहली मांग हमने यह रखी की सभी केंद्र पर फिर से री एग्जाम करवाया जाए, क्योंकि सिर्फ एक सेंटर बापू परीक्षा परिसर नहीं है. अभी जो एडमिट कार्ड रिलीज हुआ है. वह 20 से 22 केंद्र के बराबर है, जो कि 2 से 3 जिलों के बराबर है. क्या इस पर आयोग हमें जवाब दे सकती है. अगर दो से तीन जिलों में इस तरह का कदाचार हो जाता तो क्या पेपर कैंसिल नहीं करना चाहिए.

दूसरी बात SOP के अनुसार हजार से 1200 बच्चों के अनुपात में एक सेंटर सुपरिंटेंडेंट की नियुक्ति होती है, लेकिन यहां बापू परीक्षा परिसर में 18000 बच्चों पर एक सेंटर सुपरिंटेंडेंट थे, उनका भी बयान नहीं लिया गया और चल बसे. छात्रों ने  66 वीं बीपीएससी परीक्षा का उदाहरण देते हुए कहा कि उस परीक्षा में 400 छात्र थे, औरंगाबाद परीक्षा केंद्र में थे और यहां पर 18000 बच्चे हैं. यह समानता के विरुद्ध है. अभियर्थियों ने कहा कि आयोग क्वेश्चन का निर्णय कैसे लेगी? रिजल्ट कैसे घोषित किया जाएगा.

इन्होंने हाल में ही बयान दिया है कि स्केलिंग करेंगे, लेकिन जो नोटिफिकेशन आयोग के जरिए निकाला गया उसमें स्केलिंग का जिक्र नहीं किया गया. मतलब होता है. खेल के बीच में खेल का नियम चेंज करना जो कि सुप्रीम कोर्ट के हिसाब से गलत है. अभ्यार्थियों ने आगे यह कहा है कि जिस तरीके से बर्बरता पूर्वक रवैया हमारे छात्रों के साथ किया गया है और झूठ का जो एलिगेशन लगाया गया है कि हम लोग उपद्रवी हैं? यह कौन लोग हैं जो कहते हैं.

छात्रों की अन्य मांग ये है कि पुलिस ने जिस तरीके से कार्य किया है और जो FIR हुआ है. सभी बच्चों पर उस FIR को हटाया जाए, जिन पुलिस वालों ने हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया है, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो. चौथी मांग हमारी है कि जो हमारा साथी सोनू यादव थे, जिसने खुदकुशी कर ली वह बीपीएससी का एस्पायरेंट था. उसका सेंटर मुजफ्फरपुर था और धरना स्थल पर भी वह तीन-चार दिन आया था. हमें पता नहीं कि हमारे बीच ऐसे कितने सोनू हैं. इस बात को संज्ञान में लेते हुए 10 लाख रुपये का कंपनसेशन सोनू के परिवार को दिया जाए.

सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग

छात्रों की अंतिम मांग है कि SOP में जो ब्रिच हुआ है, इसकी उच्चस्तरीय न्यायिक जांच हो और जितने भी सीसीटीवी फुटेज हैं, उसको सार्वजनिक किया जाए. छात्रों ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि क्वेश्चन पेपर ट्विटर पर था. यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप चेक करें. हाथ में पेपर लेकर छात्र इसे दिखा रहे हैं. छात्र ने कहा कि सोनू राज के नाम के लड़के ने इसे ट्विटर पर डाला, जिसे अब उसने डिलीट कर दिया है. यह 13 दिसंबर को हम लोगों ने डाउनलोड किया है, उस समय हमारे पास लिंक था अब नहीं है.

सोनू राज ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बीपीएससी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेजस्वी यादव को टैग करके लिखा कि भारत का सबसे बड़ा एग्जाम सेंटर बापू परीक्षा परिसर मिस मैनेजमेंट का शिकार हुआ है. परीक्षा शुरू होने और अंत होने के बीच में पेपर अगर डिजिटल या फिजिकल किसी भी फॉर्म में बाहर जाती है तो सुप्रीम कोर्ट के हिसाब से वह पेपर लीक माना जाता है. इसकी जांच करनी चाहिए और सरकार को डिजिटल फ्रूट प्रिंट निकालना चाहिए. क्या सही है क्या गलत है.

छात्रों ने कहा कि आर्थिक अपराध इकाई को परीक्षा वाले दिन रात 8 बजे छात्रों ने यह ट्विटर वाला दस्तावेज भेजा था. यह किसी एक बच्चे ने नहीं कई बच्चों ने भेजा है, लेकिन ईओयू धमका रहा है. अगर किसी ने आपको यह भेजा है तो आपको जांच करना चाहिए. EOU ने मेसेज के जवाब ने लिखा है कि कृपया अपना नाम एड्रेस और आधार कार्ड की कॉपी उपलब्ध कराएं. बच्चों ने कहा कि अगर ये मैसेज आपको गया है तो आप जांच करें, लेकिन आप उसको प्रताड़ित करने के लिए डिटेल मांग रहे हैं.

अभ्यर्थियों का दावा कई जगहों पर हुई गड़बड़ी

बीपीएससी अभ्यर्थियों का कहना है कि यह सिर्फ एक जगह नहीं हुआ है. बापू परीक्षा परिसर भगत सिंह बनकर उभरा इसलिए बाकी सेंटर सेंट्रलाइज नहीं हुआ और सारी कवरेज बापू परीक्षा सेंटर को मिली. कई बच्चों ने अनुभव के आधार पर आरोप लगाया है कि 28 सेंटर पर बच्चे जहां-जहां एग्जाम दे रहे थे, वहां क्या-क्या हुआ. हम जो भी आज प्रेस वार्ता में बता रहे हैं, तमाम चीजों को हमने चीफ सेक्रेटरी को भी दिया है. यह प्रमाण हम लोगों को दिखा रहे हैं, जो छात्रों ने हमें भेजा है. यह हमारा एविडेंस प्रूफ है.

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