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मेहनत कम मुनाफा ज्यादा, 90 दिनों में तैयार होने वाली आलू की ये किस्म करेगी मालामाल सर्दियों में बढ़ जाती है दोगुनी डिमांड

रिपोर्ट -कुमार चन्दन

आलू को सब्जियों का महाराजा कहा जाता है इसकी खेती से किसान भाई सालभर तगड़ी कमाई कर सकते है और शानदार मुनाफा कमा सकते है। आज हम आपको कम समय में अधिक उपज देने वाली आलू की नई उन्नत प्रजाति के बारे में बता रहे है ये किस्म आलू की खेती करने वाले किसानों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है। इसकी खेती में ज्यादा मेहनत भी लगती है और कम लागत में हो जाती है। इस किस्म के आलू की डिमांड मार्केट में दिन प्रति दिन काफी ज्यादा मात्रा में बढ़ती जा रही है। हम बात कर रहे है आलू की कुफरी जमुनिया किस्म की खेती की कुफरी जमुनिया आलू की एक लोकप्रिय किस्म है तो चलिए जानते तो चलिए जानते है इसकी खेती कैसे की जाती है।

कुफरी जमुनिया किस्म की खेती

अगर आप आलू की कुफरी जमुनिया किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। आलू की कुफरी जमुनिया किस्म की खेती करने के लिए पहले खेत की 3 से 4 बार गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए जिससे मिट्टी के पोषक तत्व बढ़ते है। इसकी बुवाई के लिए इस किस्म के बीजों का ही चुनाव करना चाहिए। इसके बीज आपको बाजार में बीज भंडार की दुकान में आसानी से मिल जाएंगे। इसकी खेती में रसायनिक खाद का उपयोग नहीं करना चाहिए जितना हो सके तो जैविक खाद का ही इस्तेमाल करना चाहिए। ये किस्म बुवाई से लेकर कटाई तक लगभग 90 दिन में ही तैयार हो जाती है।

कितनी होगी कमाई

अगर आप आलू की कुफरी जमुनिया किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त आमदनी देखने को मिलेगी क्योकि ये वैरायटी बाजार में बहुत डिमांडिंग होती है एक हेक्टेयर में आलू की कुफरी जमुनिया किस्म की खेती करने से करीब 320-350 क्विंटल तक पैदावार मिलती है। आप इसकी खेती से 4 से 5 लाख रूपए की कमाई कर सकते है। आलू की ये किस्म बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होती है।

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